Uttarakhand Board Solved Exam Paper , Science 2019(233HUI)


 Science 2019   (233HUI)

प्रश्न 1 - सही विकल्प छाँटिए। 

(क) - अम्लीय विलयन का pH का मान होता है -

उत्तर- pH <7

(ख) - एथनॉल का रासायनिक सूत्र है -

उत्तर-  C2H5OH

(ग) - मानव नेत्र के जिस भाग में किसी वस्तु का प्रतिबिंब बनता है , वह है - 

उत्तर -  दृष्टिपटल

(घ) - वैद्युत विभवांतर का SI मात्रक है -

उत्तर - वोल्ट

(ङ) - निम्नलिखित में से कौन सा जंतु हॉर्मोन है -

उत्तर -  थायरोक्सिन

(च) -  बायो गैस का मुख्य अवयव है -

उत्तर -  मेथेन


प्रश्न 2 - उस धातु का नाम और प्रतीक लिखिये जो सामान्य ताप पर द्रव अवस्था में पाई जाती है ?

उत्तर - पारा (मरकरी) Hg



प्रश्न 3 - जनन की मूल घटना क्या है ? 

उत्तर - निषेचन


प्रश्न 4 - अवतल दर्पण के दो उपयोग लिखिये ?

उत्तर - i. गाड़ियों की हेडलाइट में।

ii. सर्च लाइट में।


प्रश्न 5 - प्रत्यावर्ती धारा किसे कहते हैं? 

उत्तर - निश्चित समय अंतराल के बाद अपनी दिशा परिवर्तित करने वाली धारा को प्रत्यावर्ती धारा कहते हैं।


प्रश्न 6 - नाभिकीय ऊर्जा के रूप में उपयोग होने वाले दो तत्वों के नाम लिखिये ? 

उत्तर - यूरेनियम तथा प्लूटोनियम।



प्रश्न 7 - बेकिंग सोडा का रासायनिक सूत्र व दो उपयोग लिखिये?

उत्तर - रासायनिक सूत्र -NaHCO3

उपयोग - १. प्रतिअम्ल औषधि के घातक के रूप में।

२. पेय पदार्थों तथा भोज्य पदार्थो में




प्रश्न  8 - निम्न योगिकों का नामकरण कीजिये 





उत्तर - (क) एथनॉल

(ख) एथेनल



प्रश्न 9 - (क) अवटु ग्रन्थि से स्रावित हॉर्मोन का नाम लिखिये? 

(ख) लार में पाए जाने वाले एन्ज़ाइम का नाम लिखिये? 

उत्तर - (क) थयरोक्सिन

(ख) टायलिन




प्रश्न 10 - रक्तदाब क्या होता है? सामान्य प्रकुंचन दाब तथा अनुशिथिलन दाब कितना होता है ? 

उत्तर - रुधिर वाहिकाओं की भित्ति के विरुद्ध जो दाब लगता है उसे रक्त दाब कहते हैं। सामान्य प्रकुंचन दाब लगभग 120 मिमी तथा अनुशिथिलन दाब 80 मिमी होता है।



प्रश्न 11 - अनैच्छिक क्रियाएं तथा प्रतिवर्ती क्रियाएं एक दूसरे से किस प्रकार भिन्न हैं ? 

उत्तर - अनैच्छिक क्रियाएँ - ऐसी क्रियाएँ जो हमारे नियंत्रण में नहीं होती है बल्कि स्वतः ही चलती रहती हैं। इनका नियंत्रण मध्य तथा पश्च मस्तिष्क द्वारा होता है। जैसे - रक्त दाब, हृदय स्पंदन, श्वसन ।

प्रतिवर्ती क्रियाएँ - इनका नियंत्रण मेरुरज्जु द्वारा होता है। किसी क्रिया के प्रति तुरंत अनुक्रिया इसमें होती है। जिसके बाद संदेश मस्तिष्क को भेजा जाता है। जैसे - गर्म वस्तु पर हाथ पड़ने पर हाथ तुरंत हटा लेना, पलक झपकना आदि।




प्रश्न 12 - 20 ohm प्रतिरोध की कोई विद्युत इस्तरी 5 A विद्युत धारा लेती है।30 सेकंड में उत्पन्न ऊष्मा की गणना कीजिये।

उत्तर -  R= 20 ohm,                  I= 5A

          t= 30 second

तो सूत्र H = I2RT से

H = (5)2 × 20 × 30

H = 15000 J





प्रश्न 13 - (क) दो चुम्बकीय क्षेत्र रेखाएं एक दूसरे को प्रतिच्छेद क्यों नहीं करती हैं ?

(ख) ओम का नियम क्या है ? 

उत्तर - (क) चुम्बकीय सुई सदा एक ही दिशा की ओर संकेत करती है।यदि दो चुम्बकीय क्षेत्र रेखायें एक दूसरे को प्रतिच्छेद करें तो इसका अर्थ होगा कि प्रतिच्छेद बिंदु पर चुम्बकीय क्षेत्र की दो दिशाएं हों, और दिकसूची दो दिशाओं की ओर संकेत कर जो कि असंभव है।


(ख) समान ताप पर किसी चालक तार में प्रवाहित होने वाली विद्युत धारा उस तार के सिरों के बीच विभवांतर के अनुक्रमनुपाति होती है।

V ~ I

अथवा  V/I = नियतांक

अथवा  V/I = R

अथवा V =IR

R एक नियतांक है जिसे तार का प्रतिरोध कहते हैं।





प्रश्न 14 - (क) मानव नेत्र की सामान्य दृष्टि के लिए निकट बिंदु और दूर बिंदु कितनी दूरी पर होते हैं ?

(ख) 2.5D क्षमता वाले लेंस की फोकस दूरी ज्ञात कीजिये?

उत्तर - (क) मानव नेत्र की सामान्य दृष्टि के लिए दूर बिंदु अनंत पर तथा निकट बिंदु 25 सेमी होता है।

(ख) क्षमता P = 1/f

लेंस की क्षमता P = 2.5 D

फोकस दूरी f = 1/P

f= 1/2.5 मीटर

f = 0.4 मीटर अथवा 40 सेमी।



प्रश्न 15 - नाभिकीय विखंडन से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर - जब किसी भारी नाभिक पर न्यूट्रॉनों की बमबारी की जाती है , तो वह नाभिक लगभग दो बराबर नाभिकों में टूट जाता है और इसके साथ बहुत अधिक ऊर्जा निकलती है। इस प्रक्रिया को नाभिकीय विखंडन कहते हैं।

92U235 + 0n1 ------> 92U236 -----> 56Ba139 + 36Kr94 + 30n1 + ऊर्जा 





प्रश्न 16 - क्या होता है जब (केवल रासायनिक समीकरण लिखिये )

(क) रक्त तप्त लोहे पर भाप प्रवाहित की जाती है।

(ख) मैंगनीज डाइऑक्साइड को ऐलुमिनियम चूर्ण के साथ गर्म किया जाता है।

(ग) विरंजक चूर्ण की तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से क्रिया की जाती है।


उत्तर - (क) 3Fe + 4H2O ----> Fe3O4+ 4H2

(ख) 3MnO2 + 4Al --->  2Al2O3 + 3Mn

(ग)  CaOCl2 + 2HCl ---->  CaCl2 + H2O + Cl2


                              अथवा

प्रश्न - निम्नलिखित को उदाहरण सहित परिभाषित कीजिये- 

(क) भर्जन             (ख) निस्तापन                (ग) अमलगम

उत्तर - (क) भर्जन -  सांद्रित अयस्क को गलनांक के नीचे वायु की नियंत्रित मात्रा में गर्म करने की क्रिया को भर्जन कहते हैं।

2ZnS + 3O2 ----> 2ZnO + 2SO2


(ख) निस्तापन - सांद्रित अयस्क को वायु की अनुपस्थिति में उसके गलनांक के नीचे , उच्च ताप पर गर्म करने की क्रिया को निस्तापन कहते हैं।

ZnCO3 ----> ZnO + CO2


(ग) अमलगम - महीन पिसे हुए अयस्क को मरकरी के संपर्क में लाने से उसमें उपस्थित धातु मर्करी से क्रिया करके धातु अमलगम बनाती है।



प्रश्न 17 - (क) आधुनिक आवर्त सारणी के प्रथम आवर्त में उपस्थित तत्वों के नाम लिखिये ? 

(ख) एक तत्व का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 2,8,7 है, आवर्त सारणी में इसका आवर्त तथा समूह बताइये ? 

(ग) एक तत्व का 'M' आवर्त सारणी के तीसरे समूह में है इसके ऑक्साइड का सूत्र लिखिए? 

उत्तर - (क) हाइड्रोजन, हीलियम।

(ख) आवर्त संख्या - 3,             समूह - 17

(ग) तीसरे समूह में उपस्थित तत्व के ऑक्साइड का सूत्र M2O3

 होगा।




प्रश्न 18 - निम्नलिखित की इलेक्ट्रान बिंदु संरचना बनाइये - 

(क) NH3                 (ख) H2S                  (ग) F2

उत्तर - 











प्रश्न 19 - (क) स्वपरागण एवं परपरागण से आप क्या समझते हैं? 

(ख) एकलिंगी एवं उभयलिंगी पुष्प से आप क्या समझते हैं ? प्रत्येक का एक एक उदाहरण दीजिये।


उत्तर - (क) स्वपरागण - जब एक पुष्प के परागकण उसी पुष्प के वर्तिकाग्र पर स्थानांतरित होते हैं तो इसे स्वपरागण कहते हैं।

परपरागण - जब किसी पुष्प के परागकण उसी प्रजाति के अन्य पुष्प , जिसकी जीन संरचना भिन्न हो के वर्तिकाग्र पर स्थानांतरित होते हैं तो इसे परपरागण कहते हैं। 


(ख) एकलिंगी - जब किसी पुष्प में नर या मादा जनन अंग में से कोई एक ही अंग पाए जाते हैं तो पुष्प को एकलिंगी पुष्प कहा जाता है। जैसे - मक्का, पपीता आदि।

उभयलिंगी - जब एक पुष्प में नर और मादा दोनों प्रकार के जनन अंग पाए जाते हैं तो उन्हें उभयलिंगी पुष्प कहते हैं। जैसे - सरसों, मटर आदि।



प्रश्न 20 - तांत्रिक कोशिका (न्यूरॉन) का स्वच्छ चित्र बनाकर निम्नलिखित भागों को दर्शाइये- 

(क) केन्द्रक            (ख) द्रुमिक               (ग) तंत्रिकाक्ष 










प्रश्न 21 - (क) कायिक प्रवर्धन द्वारा उगाए जाने वाले दो पौधों के नाम लिखिये? 

(ख)समजात तथा समरूप अंगों को उदाहरण देकर समझाइये? 

उत्तर - (क) गुलाब तथा गन्ना।

(ख) समजात अंग - जीवधारियों के ऐसे अंग जिनकी मूलभूत रचना एवं उद्भव समान हो लेकिन कार्य अलग अलग हों उन्हें समजात अंग कहते हैं। जैसे - मनुष्य के हाथ,घोड़े के अग्रपाद तथा चमगादड़ के पंख।

समरूप अंग - ऐसे अंग जिनकी उतपत्ति तथा मूल रचना भिन्न हो तथा कार्य समान हो, उन्हें समरूप अंग कहते हैं। जैसे - कीट के पंख,पक्षी के पंख ,तथा चमगादड़ के पंख।




प्रश्न 22 - दिए गए परिपथ आरेख में गणना कीजिये - 

(क) परिपथ का कुल प्रतिरोध। 

(ख) परिपथ में प्रवाहित कुल धारा।



उत्तर - (क) परिपथ का कुल प्रतिरोध

R1 = 10+20 = 30 ohm

R2 = 5+ 25 = 30 ohm

1/R = 1/R1 + 1/R2 = 1/30 + 1/30

1/R = 2/30 

R = 30/2 

R = 15 ohm


(ख) विभवांतर V = 24 V

विद्युत धारा - I = V/R

I = 24/ 15 = 1.6 A

I = 1.6 A




प्रश्न 23 - 5 cm लंबाई का कोई बिम्ब 30 cm वक्रता त्रिज्या के किसी उत्तल दर्पण के सामने 20 cm दूरी पर रखा गया है। प्रतिबिम्ब की स्थिति, प्रकृति तथा आकार ज्ञात कीजिए ?

उत्तर - वस्तु की दूरी u = -20 सेमी

दर्पण की वक्रता त्रिज्या R = 30 सेमी

फोकस दूरी f = R/2 = 30/2 = 15 cm

सूत्र 1/f = 1/u +1/v से

1/v = 1/f - 1/u

1/v = 1/15 - 1/(-20)

1/v = 1/15 + 1/20 

1/v = (4+3)/60

1/v = 7/60

v = 60/7

v = 8.57 cm

आवर्धन m = -v/u = h'/h

h' = -(v×h)/ u

h' = {-5 × (60/7)}/-20

h' = (5×60) / (20×7)

h' = 15/7 सेमी




                                       अथवा

प्रश्न - प्रकाश के स्पेक्ट्रम से क्या अभिप्राय है ? स्पेक्ट्रम के किस रंग का विचलन सबसे अधिक व किसका सबसे कम होता है ?

उत्तर - जब श्वेत प्रकाश किरण किसी प्रिज्म से गुजरती है तो वह अपने मार्ग से विचलित होकर प्रिज्म के आधार की ओर झुककर विभिन्न रंगों में विभक्त हो जाती है। इस प्रकार से उत्पन्न विभिन्न रंगों के समूह को स्पेक्ट्रम कहते हैं। 

  बैंगनी प्रकाश की किरण का विचलन सबसे अधिक तथा लाल प्रकाश की किरण का विचलन सबसे कम होता है।







प्रश्न 24 - हमारे वायुमंडल में ओजोन परत कैसे बनती है ? रासायनिक समीकरण लिखिये। ओजोन परत का क्या महत्व है ? 

उत्तर - ओजोन परत का निर्माण तीन ऑक्सीजन परमाणुओं से होता है। इसका रासायनिक सूत्र O3 है। यह विषाक्त होती है।

O2 ----------> O + O

O2 + O ------> O3


ओजोन वायुमण्डल के समताप मण्डल में पृथ्वी से लगभग 50 किमी ऊपर एक रक्षात्मक आवरण के रूप में पाई जाती है। यह पराबैंगनी किरणों  को अवशोषित करके पृथ्वी पर आने से रोकती है। पराबैंगनी किरणें जीवधारियों के लिए हानिकारक होती हैं। यह त्वचा कैंसर, मोतियाबिंद आदि बीमारियों का कारण बनती है। इनसे रोग प्रतिरोधक क्षमता भी प्रभावित होती है। 

अतः ओजोन परत हमारे लिए सुरक्षात्मक कवच के रूप में भी कार्य करती है।





प्रश्न 25 - (क) कार्बन के दो अपररूपों के नाम लिखिये ?

(ख) एक्वा रेजिया किन दो अम्लों का ताजा मिश्रण होता है ?

(ग) उदासीनीकरण अभिक्रिया क्या है? एक उदाहरण दीजिये।

(घ) सोडियम धातु को मिट्टी के तेल में डुबोकर क्यों रखा जाता है ?

उत्तर - (क) कार्बन के दो अपररूप हीरा तथा ग्रेफाइट हैं।

(ख) एक्वा रेजिया 3:1 में सान्द्र हाइड्रोक्लोरिक अम्ल तथा सान्द्र नाइट्रिक अम्ल का ताजा मिश्रण होता है।

(ग) अम्ल तथा क्षार के मध्य अभिक्रिया के फलस्वरूप लवण तथा जल बनते हैं। इस अभिक्रिया को उदासीनीकरण अभिक्रिया कहते हैं। 

क्षार + अम्ल -----> लवण +जल

उदाहरण -

NaOH + HCl ----> NaCl + H2O


(घ) क्योंकि इसका ज्वलन ताप कम होता है।



प्रश्न 26 - (क) समजातीय श्रेणी क्या है? उदाहरण देकर समझाइये ।

(ख) रेडॉक्स अभिक्रिया से आप क्या समझते हैं ? निम्न अभिक्रिया में अपचयित तथा उपचायित पदार्थ बताइये।

ZnO + C ---> Zn + CO


उत्तर - (क) विभिन्न ऐलिफैटिक हाइड्रोकार्बन के अणुसूत्र को बढ़ती हुई संख्या के क्रम में लिखने पर एक श्रेणी प्राप्त होती है, जिसे समजातीय श्रेणी कहते हैं।

उदाहरण - CH4, C2H6, C3H8 आदि एक ही सजातीय श्रेणी के सदस्य हैं।


(ख) वे अभिक्रियाएं जिनमें उपचयन तथा अपचयन प्रक्रियाएं एक साथ होती हैं रेडॉक्स अभिक्रिया कहलाती हैं।

ZnO + C ----> Zn + CO 

उपर्युक्त अभिक्रिया में ZnO का अपचयन तथा C का उपचयन हो रहा है।अतः ZnO अपचयित तथा C उपचायित पदार्थ है।






                  अथवा

प्रश्न - (क) निम्न के रासायनिक सूत्र लिखिये - 

(i) विरंजक चूर्ण                     (ii) प्लास्टर ऑफ पेरिस

(ख) निम्न पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये-

(i) अपमार्जक                         (ii) संक्षारण


उत्तर - (क) (i) CaOCl2

(ii) CaSO4.1/2H2O


(ख) (i) अपमार्जक - लंबी कार्बन श्रृंखला युक्त सल्फोनिक अम्ल के सोडियम लवणों या लंबी कार्बन श्रृंखला युक्त एलकिल हायड्रोजन सल्फेट के सोडियम लवणों को अपमार्जक कहते हैं। इनको प्रायः संश्लेषित करके प्राप्त किया जाता है जिस कारण इनको संश्लेषित अपमार्जक भी कहते हैं। 

उदाहरण - CH3(CH2)10-CH2-OSO2ONa

सोडियम लॉरेल सल्फेट


(ii) संक्षारण -  जब किसी धातु की सतह जल, वायु, या अन्य किसी पदार्थ से प्रभावित होती है तो इसे धातु का संक्षारित होना कहते हैं। इस परिघटना को संक्षारण कहते हैं। लोहे को जब नम वायु में अधिक समय तक खुला छोड़ देते हैं तो इसकी सतह पर भूरे रंग की एक परत चढ़ जाती है, इसे लोहे पर जंग लगना कहते हैं।





प्रश्न 27 - (क) पुनरुद्भवन (पुनर्जनन) तथा मुकुलन से आप क्या समझते है ?

(ख) परागण क्रिया, निषेचन से किस प्रकार भिन्न है ?


उत्तर - (क) पुनरुद्भवन - स्पंज , हाइड्रा, आदि जीवों को दो या दो से अधिक भागों में काटने पर प्रत्येक भाग अपने क्षतिग्रस्त भाग को पूरा करके एक पूर्ण जीव बना लेता है। इसी प्रकार केंचुआ , सितारा मछली, आदि भी शरीर के अधिकांश भाग दोबारा बना लेते हैं। यह पुनरुद्भवन कहलाते हैं।

             मुकुलन - स्पंज, हाइड्रा, यीस्ट काफी जीवों में अलैंगिक जनन मुकुलन द्वारा होता है। जैसे हाइड्रा के शरीर के निचले हिस्से पर एक उभर के समान संरचना बनती है जो धीरे धीरे वृद्धि करके नए जीव के रूप में विकसित होती है। अंत मे यह मूल जीव से अलग होकर नए जीव का निर्माण करती है।


(ख) परागण तथा निषेचन में अंतर - 

1. परागकोष से परागकणों का वर्तिकाग्र पर पहुचने की क्रिया को परागण कहते हैं जबकि नर तथा मादा युग्मकों के मिलने की प्रक्रिया को निषेचन कहते हैं।

2. परागण सामान्यतः कीट, वायु, जल, पक्षी आदि के द्वारा होता है, जबकि नर युग्मक को मादा युग्मक तक ले जाने का कार्य परगनालिक करती है।

3. परागण निषेचन की क्रिया से पहले होता है जबकि निषेचन परागण के बाद होता है।





प्रश्न 28 - विद्युत मोटर का नामांकित चित्र बनाकर इसके सिद्धांत व कार्यविधि को समझाइये ?

उत्तर - विद्युत मोटर - विद्युत मोटर एक ऐसा साधन है, जो विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदलता है।



सिद्धांत - जब किसी कुंडली को चुम्बकीय क्षेत्र में रखकर उसमें धारा प्रवाहित की जाती है तो कुंडली पर एक बलयुगम कार्य करने लगता है, जो  कुंडली को उसके अक्ष पर घुमाने का प्रयास करता है। यदि कुंडली अपने अक्ष पर घूमने को स्वतंत्र हो तो वह घूमने लगती है।


कार्य विधि - जब बैटरी से कुंडली में विद्युत धारा प्रवाहित करते हैं तो फ्लेमिंग के बांये हाथ के इयं से कुंडली की भुजाओं AB तथा CD पर बराबर परंतु विपरीत दिशा में दो बल कार्य करने लगते हैं। ये बल एक बल युग्म बनाते हैं, जिसके कारण कुंडली दक्षिणावर्त दिशा में घूमने लगती है। कुंडली के साथ उसके सिरों पर लगे विभक्त वलय भी घूमने लगते हैं। इन विभक्त वलयों की सहायता से धारा की दिशा  इस प्रकार रखी जाती है कि कुंडली पर बल लगातार एक ही दिशा में कार्य करे तथा कुण्डली एक ही दिशा में घूमती रहे।





                                  अथवा 

प्रश्न - (क) दो विद्युत बल्बों A तथा B में क्रमशः 60W, 220V, तथा 100W, 220V अंकित है। इनमें से किसका  प्रतिरोध अधिक होगा।

(ख) विद्युत धारा के तापीय प्रभाव पर आधारित दो युक्तियों के नाम लिखिये ?

उत्तर - (क) P1 = V1/R1       तथा  P2 = V2/R2

R1 = V1/P1  तथा  R2 = V2/P2

क्योंकि P1<P2  अतः द्वितीय का प्रतिरोध अधिक है।


(ख) विद्युत हीटर, विद्युत इस्तरी ।





प्रश्न 29 - (क) दूर दृष्टि दोष क्या है ? इसके निवारण के लिए किस प्रकार के लेंस प्रयोग करेंगे ?

(ख) प्रकाश वायु से 1.5 अपवर्तनांक की कांच की प्लेट में प्रवेश करता है। कांच में प्रकाश की चाल क्या होगी ? (वायु में प्रकाश की चाल = 3×108 ms-1)


उत्तर - (क) दूर दृष्टि दोष - इस प्रकार के दोष में व्यक्ति दूर की वस्तुओं को तो स्पष्ट देख पाता है  परंतु निकट रखी वस्तुओं को स्पष्ट नहीं देख पाता है। निकट रखी वस्तु का प्रतिबिंब रेटिना पर न बनकर उसके पीछे बनता है। 

             इस दोष के निवारण के लिए व्यक्ति को उचित क्षमता के उत्तल लेंस का प्रयोग करना चाहिए।

(ख) वायु में प्रकाश की चाल = 3×108 ms-1

कांच के अपवर्तनांक = 1.5

कांच में प्रकाश की चाल= 3×108/ 1.5 = 2×109 ms-1




प्रश्न 30 - (क) चिपको आंदोलन क्या है ? हमें वनों का संरक्षण क्यों करना चाहिए ?

(ख) ऊर्जा के अनवीकरणीय स्रोत तथा नवीकरणीय स्रोत को उदाहरण देकर समझाइये।

उत्तर - (क) यह आंदोलन उत्तराखंड के गढ़वाल के रेनी नामक गाँव मे 1970 के प्रारंभिक दशक में हुआ था। यह विवाद लकड़ी के ठेकेदार और स्थानीय लोगों के बीच हुआ। एक निश्चित दिन ठेकेदार के आदमी वृक्ष काटने के लिए आये जबकि वहां के निवासी पुरुष वहां नहीं थे। बिना किसी डर के वाहन की महिलाएं पेड़ों से चिपक गयी और पेड़ों को काटने से रोक दिया। 

यदि वनों को काट कर साफ कर दिया जाएगा तो पर्यावरण का संतुलन बिगड़ जाएगा। वर्षा का समय बदल जायेगा, बाढ़ आने, भूकंप, प्राकृतिक आपदाएं आना ये सब सामान्य बात हो जाएगी। भूस्खलन बढ़ जाएगा । इससे अपर जन धन की हानि होगी। इसलिए हमें वृक्षों को लगाकर वनों को बढ़ाना चाहिए।


(ख) यदि कोई ऊर्जा स्रोत एक बार अपनी ऊर्जा को देने के पश्चात पुनः ऊर्जा देने की स्थिति में  आ सकता है तो ऐसे स्रोतों को ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोत कहते हैं। 

जैसे - जैव मात्रा,जल विद्युत, पवन ऊर्जा, सौर ऊर्जा आदि।

         यदि कोई स्रोत अपनी सम्पूर्ण ऊर्जा के उपभोग के पश्चात पुनः ऊर्जा देने की स्थिति में नहीं आ सकता है तो ऐसे स्रोतों को ऊर्जा के अनवीकरणीय स्रोत कहते हैं। 

जैसे - जीवश्मी ईंधन आदि।




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