Food : Where does it come from, NCERT Science 6th
भोजन ः यह कहाँ से आता है?
आज आपने अपने घर में क्या खाया था? पता लगाइए कि आपके दोस्त ने आज क्या खाया था? क्या आपने कल और आज एक ही प्रकार का आहार लिया था? क्या यह सत्य है कि अलग-अलग समय में हम भिन्न-भिन्न प्रकार का आहार लेते हैं?
1.1 विभिन्न खाद्य पदार्थ
क्रियाकलाप 1
विद्यालय में अपने दोस्तों से उन खाद्य पदार्थों की जानकारी प्राप्त कीजिए जो वे पूरे दिन में खाते हैं। यदि वे विभिन्न राज्यों के रहने वाले हों तो उनसे भी यह जानकारी प्राप्त करने का प्रयास कीजिए। अपनी नोटबुक में सारणी 1.1 की तरह यथासंभव अधिक से अधिक दोस्तों द्वारा खाए जाने वाले विभिन्न खाद्य पदार्थों की जानकारी प्राप्त कर सूचीबद्ध कीजिए।
सारणी 1.1ः हम क्या खाते हैं?
अपने भोजन मेें हम अनेक प्रकार की चीजें खाते हैं (चित्र 1.1)। खाने की ये सभी चीजें किससे बनी हैं?
चित्र 1.1 विभिन्न खाद्य पदार्थ
पके चावल के बारे में सोचो। हम कच्चा चावल लेते हैं, उसे पानी में उबालते हैं। इसे तैयार करने में हमें दो पदार्थाें या संघटकों की आवश्यकता होती है।
दूसरी ओर, कुछ भोजन तैयार करने में हमें कई संघटकों की आवश्यकता होती है। यदि हम सब्जी बनाना चाहते हैं, तो हमें अलग-अलग कई प्रकार की कच्ची सब्जियों, नमक, मसाला, तेल आदि की आवश्यकता होती है।
क्रियाकलाप 2
सारणी 1.1 में सूचीबद्ध कुछ खाद्य पदार्थों को छाँटिए और अपने दोस्तों तथा घर पर चर्चा करके जानकारी प्राप्त कीजिए कि इनको बनाने के लिए कौन-कौन सी सामग्री चाहिए? इनको सारणी 1.2 में सूचीबद्ध कीजिए। वस्तु का नाम और उसमें प्रयुक्त कच्ची सामग्री के कुछ उदाहरण सारणी 1.2 में दिए गए हैं, कुछ अन्य को इस सूची में जोड़िए।
सारणी 1.2ः खाद्य व्यंजन और उनकी कच्ची सामग्रियाँ
हमने क्या देखा? कक्षा में चर्चा कीजिए कि क्या हम विभिन्न व्यंजनों में कुछ संघटक समान रूप से प्रयुक्त करते हैं, अच्छा, ये संघटक कहाँ से आते हैं?
1.2 खाद्य सामग्री एवं उनके स्रोत
सारणी 1.2 में सूचीबद्ध कुछ कच्ची सामग्री जैसे फल और सब्जी के स्रोत का अनुमान लगाना हमारे लिए बहुत आसान हो सकता है (चित्र 1.2a)। यह कहाँ से आते हैं? निश्चित् रूप से पौधों से। गेहूँ और चावल का क्या स्रोत है? आपने धान और गेहूँ के खेतों में उनके पौधों की अनेक पंक्तियाँ देखी होंगी। इनसे हमें अनाज़ प्राप्त होते हैं (चित्र 1.3)।
कुछ अन्य खाद्य पदार्थ जैसे, दूध, अंडा, मुर्गा, मछली, झींगा, मांस आदि हमें जंतुओं से प्राप्त होते हैं (चित्र 1.2b)।
क्रियाकलाप 3
आइए, हम पूर्व सूचीबद्ध खाद्य पदार्थों एवं उनके संघटकों के स्रोत जानने का प्रयास करें। कुछ उदाहरण सारणी 1.3 में दिए गए हैं, कुछ और उदाहरण इस सूची में जोड़िए। इसके रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए।
क्रियाकलाप 3 से हम क्या निष्कर्ष निकालते हैं? पौधे विभिन्न खाद्य संघटकों जैसे कि अन्न, सब्जी तथा फल इत्यादि के स्रोत हैं। जंतुओं से हमें दूध, मांस, अंडे तथा अन्य जांतव उत्पाद प्राप्त होते हैं। गाय, बकरी तथा भैंस दूध देने वाले कुछ सामान्य पशु हैं। दूध एवं विभिन्न दुग्ध उत्पाद जैसे कि मक्खन, क्रीम, घी, पनीर और दही का उपयोग संसार के प्रत्येक क्षेत्र में किया जाता है। क्या आप कुछ अन्य जंतुओं के नाम बता सकते हैं, जो हमें दूध देते हैं?
सारणी 1.2ः खाद्य व्यंजन ः संघटक जिससे वे बने हैं तथा उनके स्रोत
1.3 भोजन के रूप में पौधे के भाग और जंतु-उत्पाद
पौधे हमारे भोजन का एक मुख्य स्रोत हैं। हम पौधे के कौन-से भाग का उपयोग खाद्य पदार्थ के रूप में करते हैं? हम पत्तियों वाली अनेक सब्जियाँ खाते हैं। कुछ पौधे के फलाें को भोजन के रूप में खाते हैं। कभी हम जड़, कभी तना तो कभी पुष्प भी भोजन के रूप में खाते हैं (चित्र 1.4)। कभी आपने सीताफल (काशीफल) के फूलों को चावल की पिट्ठी में डुबोकर व तलकर पकौड़ी बनाकर खाया है? इसका प्रयत्न कीजिए।
कुछ पौधों के दो या दो से अधिक भाग खाने योग्य होते हैं। उदाहरण के लिए सरसों के बीज से हमें तेल प्राप्त होता है एवं इसकी पत्तियाें का उपयोग साग बनाने के लिए किया जाता है। क्या आप केले के पौधे के विभिन्न भागों के बारे मेें सोच सकते हैं जिन्हें हम भोजन के रूप में लेते हैं? क्या आप किसी अन्य पौधे के बारे में सोच सकते हैं जिसके दो या अधिक भाग खाए जाते हैं?
चित्र 1.4 पादप के खाने योग्य भाग
क्रियाकलाप 4
सारणी 1.3 में सूचीबद्ध सभी खाद्य पदार्थों में से उन संघटकों को छाँटिए जिनका मुख्य स्रोत पौधे हैं। ये पौधों के किन भागों से प्राप्त होते हैं। इन खाद्य पदार्थों और पौधों के भागों को सारणी 1.4 के अनुसार सूचीबद्ध कीजिए।
सारणी 1.4ः भोजन के रूप में पौधे के भाग
क्रियाकलाप 5
मूँग अथवा चने के कुछ सूखे बीज लीेजिए। अब इनमें से कुछ बीजोें को जल से भरे एक पात्र में डाल दें तथा एक दिन के लिए छोड़ दीजिए। अगले दिन जल को पूरी तरह निकाल दें और बीजों को गिलास में रहने दें। उन्हें एक गीले कपड़े में लपेटकर एक ओर रख दीजिए। अब क्या आप बीजों में कुछ परिवर्तन देखते हैं? क्या एक छोटी-सी सफ़ेद संरचना बीज से बाहर निकल आती है? यदि हाँ, तो बीज अंकुरित हो गए हैं (चित्र 1.5 व 1.6)। यदि नहीं, तो बीजों को पानी में धोएँ, पानी निकाल दें और गीले कपड़े से ढककर अगले दिन के लिए उन्हें छोड़ दें। क्या उस दिन आपकोे बीजों से बाहर निकलता हुआ एक छोटा-सा अंकुर दिखाई देता है?
अंकुरों को सावधानी से धोकर आप इन्हें खा सकते हैं। ये उबाले भी जा सकते हैं। इनमें कुछ मसाले मिलाने पर खाने के लिए एक स्वादिष्ट अल्पाहार तैयार हो जाता है।
1.4 जंतु क्या खाते हैं?
क्या आपके घर में कोई एेसा पालतू पशु है, जिसकी आप देखभाल करते हो? कुत्ता, बिल्ली, भैंस या बकरी? फिर आपको इसकी जानकारी भी अवश्य होगी कि आपका पालतू जानवर क्या खाता है? अन्य जंतु क्या खाते हैं? क्या आपने कभी गिलहरी (चित्र 1.8), कबूतर, छिपकली या छोटे-से कीट को खाना खाते देखा है?
क्रियाकलाप 6
सारणी 1.5 में अनेक जंतुओं के नाम लिखे हैं। उनमें से कुछ जंतुओं द्वारा खाए जाने वाले भोजन भी लिखे हैं। सारणी में रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए।
सारणी 1.5ः जंतु और उनका भोजन
क्रियाकलाप 7
फिर से सारणी 1.5 को ध्यान से देखिए और इसके जंतुओं को तीन वर्गाें में विभाजित कीजिए। पहले वर्ग में केवल उन जंतुओं के नाम लिखिए जो केवल पौधे और पादप-उत्पाद खाते हैं। इन्हें शाकाहारी जंतु कहते हैं। यहाँ कुुछ जंतु एेसे हैं जो दूसरे प्राणियाें को खाते हैं, इन्हें दूसरे वर्ग में रखते हैं। इन प्राणियाें को मांसाहारी जंतु कहते हैैं। क्या आप कुछ एेसे जंतुओं को जानते हैं जिनका भोजन, पौधे और जंतु, दोनों ही होते हैं? इन्हें तीसरे वर्ग में रखिए। इन्हें सर्वाहारी जंतु कहते हैं। अब आप इन्हें सारणी 1.6 के अनुसार तीन अलग-अलग वर्गों में लिखिए।
सारणी 1.6
हम जानते हैं कि हममें से बहुत-से लोग एेसे हैं जिन्हें पर्याप्त भोजन नहीं मिलता। हमें एेसे उपाय खोजने की आवश्यकता है जिनके द्वारा देश में अधिक खाद्य उत्पादन किया जा सके। यही पर्याप्त नहीं होगा, बल्कि हमें एेसे भी उपाय खोजने चाहिए जिनसे यह सुनिश्चित हो कि यह भोजन हममें से प्रत्येक को आसानी से उपलब्ध हो सके।
► भारत के विभिन्न प्रदेशों में खाए जाने वाले भोजन में बहुत अधिक विविधता है।
► हमारे भोजन के मुख्य स्रोत पौधे तथा जंतु हैं।
► जो जंतु केवल पादप खाते हैं, उन्हें शाकाहारी कहते हैं।
► जो जंतु केवल जंतुओं को खाते हैं, उन्हें मांसाहारी कहते हैं।
► जो जंतु पादप तथा दूसरे प्राणी, दोनों को ही खाते हैं, उन्हें सर्वाहारी कहते हैं।
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