नई शिक्षा नीति 2020 : शिक्षक के लिए क्या है खास

 आजकल नई शिक्षा नीति 2020 की चर्चा सभी जगह है और इसमें शिक्षक समुदाय काफी असमंजस में है कि इस नीति में स्थानांतरण की प्रकिया को पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है। जबकि ऐसा नहीं है, हम इसका पूरा अध्ययन करके इसकी सही जानकारी आपके सामने प्रस्तुत करते हैं। शिक्षकों के लिए इस नीति में क्या क्या है ये आपको हम विस्तार से समझाते हैं जिसके बाद आपको आपके सभी सवालों के जवाब स्वयं मिल जाएंगे । चलिये देखते हैं कि क्या है खास इसमें शिक्षकों के बारे में -------


शिक्षक वास्तव में बच्चों के भविष्य को आकार देते है, वे राष्ट्र के भविष्य का निर्माण करते हैं। प्राचीन समय से ही शिक्षकों को सम्मान दिया जाता रहा है, और केवल सर्वाधिक विद्वान व्यक्ति ही शिक्षक बनते थे। अध्यापक शिक्षा, भर्ती, पदस्थापना, सेवा शर्तें, शिक्षकों के अधिकारों की स्थिति वेसी नहीं है जैसी होनी चाहिए। 

इस समस्या के समाधान और शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने के लिए शिक्षकों हेतु निम्नलिखित सुझाव इस शिक्षा नीति में दिए जा रहे हैं।

भर्ती और पदस्थापना

🔴 केवल सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी ही शिक्षक के रूप में आ सके, खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्र को इसमें ज्यादा वरीयता दी जाएगी। इसके लिए 4वर्षीय बी0एड0 कार्यक्रम को मंजूरी देते हुए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति की व्यवस्था भी की जाएगी। इस पाठ्यक्रम की विशेषता यह होगी कि जो इसे सफलता पूर्वक पूर्ण कर लेगा उसे स्थानीय स्तर पर सुनिश्चित रोजगार भी दिया जाएगा।


🔴 शिक्षकों को ग्रामीण क्षेत्रों में अध्यापन करने के लिए प्रोत्साहन दिया जाएगा। यह प्रोत्साहन उन्हें विद्यालय परिसर या उसके आस पास आवास सुविधा उपलब्ध कराकर दिया जाएगा अथवा उनके आवासीय भत्ते में वृद्धि कर उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा।


🔴  अत्यधिक शिक्षक स्थानांतरण पर रोक लगाई जाएगी ताकि वह अपने समुदाय से जुड़ा रहे। राज्य सरकारों द्वारा स्थानांतरण बहुत ही विशेष परिस्थितियों में निर्धारित प्रक्रिया से किये जायेंगे। स्थानांतरण की प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाये रखने के लिए स्थानांतरण एक ऑनलाइन प्रक्रिया द्वारा किये जायेंगे। 


🔴  शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) को विस्तृत किया जाएगा। अभी यह प्राथमिक एवं जूनियर तक ही है जिसे माध्यमिक स्तर तक विकसित किया जाएगा। भर्ती प्रक्रिया में साक्षात्कार एवं पढ़ाने के तरीके का परीक्षण किया जाएगा, यह नियम प्राइवेट स्कूल पर भी लागू होगा।


🔴 विषयों में शिक्षकों की संख्या को पर्याप्त रखने के लिए , विशेष रूप से कला, शारिरिक शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा,भाषा के शिक्षकों को एक स्कूल या स्कूल कॉम्प्लेक्स में भर्ती किया जा सकेगा, तथा उनकी साझेदारी की जा सकेगी।


🔴 स्थानीय प्रतिष्ठित व्यक्ति जो किसी स्थानीय कला में निपुण हों को विशेष प्रशिक्षक के रूप में स्कूल में रखा जाएगा।


🔴 अगले 2 दशकों में ऊपर वर्णित प्रक्रिया के तहत सभी विषयों के शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को सुनिश्चित किया जाएगा।


🔵 स्कूलों में एक बेहतर शैक्षणिक माहौल बनाने के लिए विद्यालय के भौतिक संसाधनों, शौचालय, पीने का साफ पानी, पढ़ाई के लिए स्वच्छ कक्ष, बिजली, कंप्यूटर, इंटरनेट, साज सज्जा, बैठक व्यवस्था आदि को सुधारा जाएगा।


🔵 शिक्षकों को गैर शिक्षण गतिविधियों से दूर रखा जाएगा। ऐसे कार्य जो शिक्षण से सीधे संबंधित नहीं है उन्हें करने की उन्हें मनाही होगी। विशेष रूप से शिक्षकों को जटिल प्रशासनिक कार्य, मध्यान्ह भोजन कार्य के लिए न्यूनतम समय से अधिक समय तक नहीं लगाया जाएगा जिससे शिक्षण कार्य प्रभावित ना हो।


🔵  शिक्षक को खुद में सुधार करने और नवाचार के लिए सतत व्यापक अवसर दिए जाएंगे। ऑनलाइन मॉड्यूल की और ज्यादा ध्यान दिया जाएगा जिससे एक शिक्षक अपने नवाचार को दूसरों के साथ साझा कर सके।


🔵 बेहतरीन शिक्षकों को प्रोत्साहन दिया जाएगा, यह प्रोत्साहन पदोन्नति और वेतन वृद्धि के रूप में होगा। विशेष कार्य करने वाले शिक्षकों को मेरिट के आधार पर उच्चतम स्तर तक पदोन्नति के अवसर प्रदान किये जायेंगे। 


🔵 दिव्यांग बच्चों के शिक्षा एवं समुचित विकास के लिए निर्धारित प्रक्रिया के तहत विशिष्ट शिक्षकों की भर्ती की जाएगी, जिससे इन बच्चों का भी सर्वांगीण विकास हो सके।


तो ये है सार कि नई शिक्षा नीति2020 में शिक्षकों के लिए क्या है खास,

यहां पर हम देखें तो स्थानांतरण प्रक्रिया के बारे में कहा गया है कि अत्यधिक स्थानांतरण प्रक्रिया पर रोक लगेगी जिसका मतलब यह कदापि नहीं है कि स्थानांतरण नहीं होंगे, वो होंगे और एक निश्चित अवधि में पारदर्शिता के साथ संपन्न कराने के लिए ऑनलाइन व्यवस्था होगी। जैसे केंद्रीय विद्यालयों में प्रत्येक 3 वर्ष में स्थानान्तरण होते हैं वैसा नहीं होगा। 


दूसरी बात जो महत्वपूर्ण है गैर शिक्षण कार्यों में शिक्षकों को नहीं लगाया जाएगा, इसकी व्याख्या कई लोग इस तरह कर रहे थे कि अब MDM का कार्य शिक्षक नहीं करेंगे, जबकि ऐसा नही है इसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि इस कार्य के लिए न्यूनतम समय जो निर्धारित है उसमें उसे सम्पन्न किया जाए। 



तो अगर आपके मन में भी है कोई सवाल तो हमें कमेंट बॉक्स में लिख दीजिये,हम आपके सवालों का सही जवाब ढूढ़कर आपको देने का प्रयास करेंगे। 

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